Hindi Poem On Village- हिन्दी कविता गांव पर

In this artice i will provide Hindi Poem On Village. This post touch your heart beacuse every person love  his village he thought village life is very beautiful.

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Hindi Poem On Village
Hindi Poem On Village
शहरी    चकाचौंध     के    आगे,
हम गांव की गलियां भूल गए !!
ये तंग दिल कमरे हम याद रहे,
हम  घर  का आंगन भूल गए !!
तुम्हें  याद  तो  होगा  जब  बरसातों   में,
हम कागज की नाव चलाया करते थे !!
बातों     बातों     में     ही    हम,
कस्ती पार हो जाया करते थे !!
जीवन      के     भाग     दौड़     में,
हम वो बचपन की यादें भूल गए !!
कभी       जिन      राहों       पर,
हम साईकल चलाया करते थे !!
इन  पक्की  सड़कों  के  आगे,
हम वो पकडंडियां भूल गए !!
शहरी     चकाचौंध    के     आगे,
हम गांव की गलियां भूल गए !!
Hindi Poem On Village
Hindi Poem On Village
बीयर  बार   हमे   याद   रहा,
हम साथी संहाती भूल गए !!
खुद      इतने     व्ययस्त     हुए,
हम रिश्तों की थाती भूल गए !!
हमें  शहरों   के  गार्डन   याद   रहे,
हम  खेतों की हरियाली भूल गए !!
हमें गुलदस्तों की खुशबू याद रही,
हम  फूलों  की  बगिया भूल गए !!
शहरी    चकाचौंध    के     आगे,
हम गांव की गलियां भूल गए !!
वातानुकूलित  कमरों  के आगे,
हम बरदग की छाव भूल गए !!
बल्बों  के उजालों याद रहे,
हम चांदनी रातें भूल गए !!
घर     के     फव्वारे    याद     रहे,
हम सावन की बरसातें भूल गए !!
हमें  बोतल  का  पानी याद रहा,
हम गांव का पनघट भूल गए !!
हमें  सैर  सपाटे   याद   रहे,
मेले का जमघट भूल गए !!
ऐशो आराम भरे जीवन के आगे,
हम  बाकी  सब  बातें भूल गए !!
सिक्कों  की  खनक  के आगे,
अपनो की जज्बातें भूल गए !!
पश्चिमी    सभ्यता    हमे   याद    रही,
हम संस्कारों की बोलियां भूल गए !!
शहरी    चकाचौंध    के    आगे,
हम गांव की गलियां भूल गए !!
Hindi Poem On Village.

 

1. गाँव का मौसम, हरियाली की छाँव,
2. खेतों में बैल, गायें छूमंतर साव।
3. धूप में खेत, किसानों का प्यार,
4. गाँव का दृश्य, सुंदर और प्यार।
5. गाँव की गलियाँ, सजीव हैं स्मृति,
6. पेड़-पौधे, पर्यावरण का सौंदर्य।
7. छोटी-छोटी हँसी, बच्चों की मुस्कान,
8. गाँव का रंग, है सच्चाई का भविष्य।
9. खेतों की खुशबू, मिट्टी का प्यार,
10. गाँव का जीवन, है स्वर्ग का द्वार।

11. सबसे पहले सूरज, उगता है यहाँ,
12. गाँव की धरती, है सबसे प्यारी माँ।
13. गायों की मौ, बजती है खेतों में,
14. गाँव का संगीत, है सुखद रागों में।
15. मिलनसर समृद्धि, है गाँव का राजा,
16. यहाँ का वातावरण, है निर्मल नीरा।
17. छोटे-छोटे घर, पुरानी बातें कहते,
18. गाँव की राहें, हर कदम पर सिखाती।
19. सभी मिलजुलकर, मनाते हैं त्योहार,
20. गाँव की मिठास, है हर चीज में प्यार।

21. बचपन की यादें, छुपी हैं कहीं यहाँ,
22. गाँव की बातें, हैं अनमोल कहानियाँ।
23. पुरानी हवें, सुनाती हैं रातें,
24. गाँव का चाँदनी रातों में साथ बातें।
25. खुदाई की खेतों में, मेहनत है खुशी,
26. गाँव का जीवन, है सच्चे सपनों का सफर।
27. गाँव के लोग, हैं साधू मन से,
28. सांसों में बसी है गाँव की मिसाल।
29. गाँव की चर्चा, हर गली-मोहल्ले में,
30. है गाँव की धरोहर, हर व्यक्ति में।

31. हरियाली का साग, बनता है खेतों में,
32. गाँव की संगीत, है लहराती हवाएं।
33. मिठाई की खुशबू, छूमंतर बाजारों में,
34. गाँव की बातें, हैं दिल को भाती हैं।
35. बच्चों की दुल्हन, सजती है गाँव की राह,
36. गाँव का संगीत, है हर आवाज में।
37. गाँव का बचपन, है सपनों की दुनिया,
38. गाँव की बातें, हैं हर किसी की कहानी।
39. बुलबुलों की आवाज, गूंथती है शांति,
40. गाँव का सुख, है दिल की धड़कन में।

41. गाँव का समय, बदलता है धीरे-धीरे,
42. हर एक रिश्ता, है यहाँ प्यार से सजीव।
43. गाँव का

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Hindi Poem On Village

shahari chakaachaundh ke aage,
ham gaon ki galiyaan bhool gaye !!
ye tang dil kamare yad rahe,
ham ghar ka aangan bhool gye !!
tumhe yad to hoga jab barsaton mein,
ham kagaj ki nav banaya karate the !!
baton-baton me hi ham,
kasti par ho jaya karte the !!
jeevan ke bhaag daud mein,
ham bachapan ki bhool gye !!
kabhi jin raahon par,
ham cycle chalaya karte the !!
in pakki sadakon ke aage,
ham wo pakdandiyan bhool gye !!
shahari chakaachaundh ke aage,
ham gaon ki galiyaan bhool gaye !!
bear bar hame yad rhe
ham sathi sanhati bhool gye !!
khud me itne vyayst huye,
ham riston ki thati bhool gye !!
hamen guldaston ki khushboo yad rhi,
ham phoolon ki bagiya bhool gye !!
shahari chakaachaundh ke aage,
ham gaon ki galatiyaan bhool gaye !!
watanukoolit kamaron ke aaye,
ham bargad ki chav bhoo gye !!
bablbon ke ujalon yad rhe,
ham chandani raten bhool gye !!
ghar ke phawware yad rhe
ham saavan ki barasaten bhool gaye !!

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